13 May 2016

"B$" Shayries

हमसे मुकम्मल हुई ना कभी, 
ए जिन्दगी 
तालीम तेरी.
शागिर्द कभी हम बन न सके 
और उस्ताद तूने बनने ना दिया...!!


उड़ा भी दो रंजिशें, 
इन हवाओं में यारो. 
छोटी सी जिंदगी हे, 
नफ़रते कब तक पालोगे.


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